- स्टेबिन बेन से लेकर अरिजीत सिंह तक: 2024 के यादगार लव एंथम देने वाले सिंगर्स पर एक नज़र!
- अक्षय कुमार और गणेश आचार्य ने "पिंटू की पप्पी" फ़िल्म का किया ट्रेलर लॉन्च!
- Sonu Sood Graced the Second Edition of Starz of India Awards 2024 & Magzine Launch
- तृप्ति डिमरी और शाहिद कपूर पहली बार करेंगे स्क्रीन शेयर - विशाल भारद्वाज करेंगे फिल्म का निर्देशन
- बॉलीवुड की अभिनेत्रियाँ जिन्होंने सर्दियों के स्टाइल में कमाल कर दिया है
लालबाग परिसर का होगा कायाकल्प
पुरातत्व विभाग द्वारा स्मार्ट सिटी प्राजेक्ट के तहत होगा बगीचे का विकास
इंदौर. अध्यक्ष भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) श्री अंटोनी डिसा और आयुक्त पुरातत्व संचालनालय भोपाल श्री पंकज राग तथा श्री आयुक्त नगर निगम श्री आशीष सिंह द्वारा आज लालबाग परिसर का निरीक्षण किया गया।
इस अवसर पर निर्णय लिया गया कि पुरातत्व विभाग और नगर निगम द्वारा लालबाग परिसर का जीर्णोद्धार किया जायेगा। इसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल कर लिया गया है, जिसके तहत लालबाग पैलेस के अंदरूनी मरम्मत की जायेगी, टूटे-फूटे निर्माण कार्य ठीक किये जायेगे, छत की वाटॅर प्रूफिंग की जायेगी और टूटे-फूटे फर्नीचर ठीक किये जायेगे।
अंदरूनी साज-सज्जा फिर से की जायेगी। टूटे-फूट प्लास्टर ठीक किये जायेगें। इस कार्य में इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा बारह करोड़ रूपये खर्च किये जायेगे।
नगर निगम के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लालबाग बगीचे का विकास किया जायेगा। बरसाती पानी निकलने के लिए ड्रेनेज सिस्टम बनाया जायेगा। इसके अलावा नगर निगम द्वारा पुराने आरटीओ बिल्डिंग को जीर्णोद्धार भी किया जायेगा।
लालबाग पैलेस के चारों ओर बाउणरीवॉल बनाई जायेगी। सारा काम पूरा होने के बाद इसे दर्शकों के लिए खोला जायेगा। देश-विदेश से लोग इसे देखने आयेगें। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। पुरातत्व विभाग का उद्देश्य इंदौर में पर्यटन को बढ़ावा देना है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम द्वारा लालबाग पैलेस का जीर्णोद्धार करके इसके पुराने वैभव को लौटाया जायेगा। जीर्णोद्धार के दौरान स्टार्म वॉटर, सीवरेज सिस्टम, पेवर ब्लाक, लोहे के सामान, खिड़की-दरवाजे और विद्युत फिटिंग को ठीक किया जायेगा।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर सुश्री भाव्या मित्तल, उपायुक्त कमिश्नर कार्यालय श्रीमती सपना सोलंकी उनके साथ थे। निर्माण एजेंसी तय करने के लिए आज मैरियट होटल में कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। कार्याशाला के बाद नगर निगम द्वारा निर्माण एजेंसी तय की जायेगी।